Storage Device क्या हैं? [Types of Storage Device in Hindi]
Storage Device क्या हैं?
Storage Device में store किया गया डाटा 0 से 1 के रूप में परिवर्तन होता है। 0 तथा 1 को संयुक्त रूप से Binary Digit (Bit) कहा जाता है। यह bit कंप्यूटर की memory को मापने की सबसे छोटी इकाई होती है। 8 bit मिलकर 1 Byte बनते हैं जो एक character (Latter, Digit, Symbol) को store करने के लिए आवश्यक memory होता है।
Storage Device in Hindi:
Types of Storage Devices (स्टोरेज डिवाइस के प्रकार):
- Primary Storage Device: RAM, ROM.
- Secondary Storage Device: Hard disk, Floppy disk, Optical disk, Magnetic tape, Pen drive, SD card.
- Cache Memory/Storage: L1 Cache. L2 Cache, L3 Cache.
- Register Memory/Storage: MAR, MBR, IR, AR, PCR, I/O P.
Primary Storage Device क्या है?
Primery Storage Device के प्रकार:
RAM में data या program अस्थाई रूप से संग्रहित रहता है Computer बंद हो जाने या बिजली चले जाने पर RAM में संग्रहित Data मिट जाता है। इसलिए RAM को Volatile या Temporary memory कहते हैं। RAM की क्षमता या आकर कई प्रकार के होते हैं जैसे कि 1GB, 2GB, 4GB आदि। यह RAM Memory निम्न दो प्रकार की होती है:
(A) Dynamic RAM:
Dynamic RAM को संक्षिप्त में DRAM कहा जाता है। RAM में सबसे साधारण DRAM है। इसे जल्दी Refresh करने की आवश्यकता पड़ती है। Refresh का अर्थ यहाँ पर चिप को विधुत आवेशित करना होता है। यह 1 second में लगभग हजारो बार refresh होता है और प्रत्येक बार refresh होने के कारण यह पहले के data को मिटाकर वापस लाता है। इसके जल्दी जल्दी refresh होने के कारण इसकी गति (speed) कम होती है।
इस memory में store program को परिवर्तित और नष्ट नही किये जा सकते हैं उन्हें केवल पढ़ा जा सकता है। इसलिए यह memory Read only memory कहलाती है। Computer का switch Off होने के बाद भो ROM में संग्रहित data नष्ट नही होता है। अतः ROM Non-Volatile या स्थाई Memory कहलाती है। यह ROM Memory के विभिन्न प्रकार होते हैं जो निम्नलिखित है:
(A) PROM (Programmable Read Only Memory)
PROM का पूरा नाम Programmable Read Only Memory होती है। यह एक ऐसा memory होता है जिसमे एक बाद program संग्रहित होने के बाद इसे मिटाया नही जा सकता और न ही परिवर्तन किया जा सकता है। इस प्रकार हम खाली PROM बाजार से खरीद सकते हैं और उसमें अपने अनुसार केवल एक बार program डाल सकते हैं जो स्थाई होता है।
(B) EPROM (Erasable Programmable Read Only Memory)
इसका पूरा नाम Erasable Programmable Read Only Memory होती है। यह बिल्कुल पूरी तरह PROM की तरह ही होती है परंतु इसमे संग्रहित program को पराबैगनी किरणों (Ultraviolet rays) की सहायता से मिटा सकते है और नए program पुनः संग्रहित (Store) किये जा सकते हैं। इस प्रकार EPROM में बार-बार program डाल कर मिटाया जा सकता है।
(C) EEPROM (Electrical Programmable Read Only Memory)
EEPROM का पूरा नाम Electrical Programmable Read Only Memory होती है। यह EPROM की तरह ही होती है किंतु इसमें memory से program को पराबैगनी किरणों से न मिटाकर विधुतीय विधि की सहायता से मिटाया जाता है। इस प्रकार EEPROM में भी बार बार program डालकर इसे मिटाया जा सकता है।
Secondary Storage Device क्या है?
Secondary Storage Device के प्रकार:
प्रत्येक disk में data Read/Write करने के लिए एक Read/Write हेड होता है। जब भी data को Read/Write करना होता है Disk तेजी से घूमता है और इनके घूमने की गति को Revolutions Per Minute (RPM) से माप जा सकता है। Disk जितने तेज गति से घूमते है Read/Write भी उतना ही fast होता है। Example के लिए 7200 RPM वाले hard disk 5400 RPM वाले hard disk से ज्यादा तेज होता है। Hard Disk में Disk Track में बंटे होते हैं और प्रत्येक Track में भी छोटा-छोटा Sector होते हैं। एक Sector में 512 Byte data store होता है। Hard Disk निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं:
- Internal Hard Disk
- External Hard Disk
Floppy Disk में 80 data track होते हैं और प्रत्येक track में 64 शब्द store किये जा सकते हैं। Floppy Disk में बहुत कम Data Store किया जा सकता है तथा यह धीमा भी कार्य करता है। यही कारण है कि वर्तमान में Hard disk ने Floppy Disk को पूरी की पूरी तरह से Replace कर दिया है। size को देखते हुए Floppy निम्नलिखित दो प्रकार के होते हैं:
- Mini Floppy Disk (1.25 Diameter)
- Micro Floppy Disk (1.50 Diameter)
Example के लिए यदि कोई चुम्बकीय टेप में 60 गाने स्टोर है उसमें हमे 20 गाने को सुनना है तब हमें उसके पहले 19 गाने को सुनने पड़ेंगे उसके बाद ही 20 गाना सुना जा सकता है। यह टेप छोटे छोटे stack में विभाजित होते हैं यह 9 या 18 हो सकते हैं तथा इसकी Density 6250 या 5800 character per inch होती है। चुम्बकीय टेप data को store करने का सस्ता साधन है। वर्तमान में इसका प्रयोग लगभग नही के बराबर किया जाता है लेकिन अभी भी कई जगहों पर data को Backup के रूप रखने के लिए उपयोग करते है। यह मेमोरी निम्न प्रकार से दिखाई देती है:
यह सभी प्रकार के Memory Device में से यह सबसे portable कह सकते हैं। आज के समय मे pen drive का प्रयोग computer के अलावा mobile में प्रयोग किये जा रहे हैं यह एक plug or play device होता है जिसे computer या mobile में connect कर चलाया जा सकता है। इसकी storage क्षमता 1GB, 2GB, 4GB, 8GB, 16GB, 32GB और 64GB या उससे अधिक हो सकती है। यह मेमोरी निम्न प्रकार से दिखाई देती है:
SD card भी वर्तमान में अपने storage क्षमता के अनुसार तीन प्रकार के उपलब्ध होते हैं जो SDSC, SDHC व SDXC कहा जाता है। SDSC की storage क्षमता सबसे कम 128MB से 4GB तक होती है इनके बीच SDHC आती है जिनकी storage क्षमता 4GB से 32GB तक कि होती है और last में SDXC आता है जिनकी storage सहमत सबसे अधिक 64GB से 2TB तक कि होती है यह मेमोरी निम्न प्रकार से दिखाई देती है:
Cache Memory क्या हैं?
Cache memory, Computer system के CPU (Center Processing Unite) के अंतर्गत एक separate clip के रूप में होता है। यह बहुत तेज गति से कार्य करने वाला मेमोरी होता है। CPU के द्वारा इस memory का प्रयोग प्रोग्राम को run करते समय दिए गए निर्देशों या दिए जाने वाले निर्देशों में से उन निर्देश को रखने के लिए करते हैं जो बार बार repeat होता है। Cache memory के प्रयोग करने का मुख्य कारण processing speed को बढ़ाना होता है। Cache Memory को निम्न प्रकार में विभाजित किया गया है:
Cache Memory के प्रकार:
L1 Cache : इस cache को onboard, internal एवं primary cache कैश के नाम से जाना जाता है। यह CPU में ही पहले से उपस्थित होता है L1 कैश की गति सबसे अधिक होती है और आकार में सबसे कम 8KB से 128KB तक होती है।
L2 Cache : इस कैश को External अथवा Secondary कैश के नाम से भी जाना जाता है। यह L1 की तरह CPU में पहले से उपस्थित न होकर यह Motherboard में एक अलग chip के रूप में उपस्थित रहता है। इसका आकार 128KB से 1MB तक होता है।
Register Memory क्या हैं?
Register Memory, computer के प्रोसेसर का एक भाग होता है जिनका कार्य तेजी के साथ प्रोसेसर को data उपलब्ध कराना होता है। Register उन data या निर्देशों को रखता है जिस पर तुरंत कार्य करना रहता है या होता है। रजिस्टर मेमोरी एक समय मे किसी डाटा के केवल एक भाग की ही रखता है। इसमें डाटा का transfer और प्राथमिक storage में डाटा in या out एक high speed operation के साथ होता है। वास्तव में रजिस्टर का आकार और रजिस्टर की संख्या कंप्यूटर की speed को निर्धारित करने में मदद करता है। Register Memory छः भागो में विभाजित किया गया है:
Register Memory के प्रकार:
(1)Memory Address Register (MAR)
यह Register डाटा या instructor के address को रखने का काम करता है। निर्देश के execution के दौरान ही मेमोरी से data या instruction को access करने का कार्य यह Memory Address register करता है।
(2)Instruction Register (IR)
Process के दौरान किसी दिए गए समय मे केवल एक ही instruction को execute करता है। यह रजिस्टर उस instruction को control unit अर्थात नियंत्रण कक्ष में जाने से पहले संग्रहित करके रखता है।
(3)Address Register (AR)
यह register memory addressing के साथ conjunction में भी use होता है जो पहला type होता है अर्थात MAR basically किसी भी data के memory address को तब तक store करके रखा जाता है।
(5)Program Counter (PC)
यह एक प्रकार से hardware memory device है जो कि execution के दौरान current instruction के location को दर्शने का कार्य करती है।
(6)Memory Buffer Register (MBR)
यह register, memory में आ रहे या मेमोरी से जा रहे data एवं instruction को store करके रखने का कार्य करता है।
इसी प्रकार main memory, auxiliary memory इत्यादि होते हैं जो अलग-अलग आकर, प्रकार एवं क्षमता में होते हैं। Computer architecture में इन memory की भूमिका को समझने के लिए निम्न diagram को देखते हैं इसे memory hierarchy कहते हैं।
Register एवं cache memory processor के अंतर्गत होते हैं परंतु main memory (RAM, ROM) mother board से लगे हुए chip के रूप में होते हैं। और Auxiliary memory को motherboard से cache (Data & address bus) के द्वारा जोड़ा जाता है। Register, cache एवं main memory के data का उपयोग processor सीधे करता है परंतु उसके नीचे के memory के data को hierarchy के अनुसार नीचे से ऊपर के memory में संग्रहित करने के बाद करता है।
पूर्व में auxiliary memory एक disk (magnetic disk, compact disk, floppy disk) एवं tap (magnetic tap) के रूप में हुआ करता था, जो वर्तमान में एक integrated chip (memory chip) के रूप में उपलब्ध है जिसे memory card कहते हैं Memory card पर्व सहायक storage devices की तुलना में आकार में छोटा एवं क्षमता में काफी ज्यादा होता है। इन auxiliary storage device को access तकनीक एवं कार्य के आधार पर निम्न प्रकारों में बाँट सकते हैं:
Storage Device क्या हैं? [Types of in Hindi]
- Memory/Storage Device क्या है?
- Primary Storage Device क्या है और उनके प्रकार: RAM, ROM.
- Secondary Storage Device क्या है और उनके प्रकार: Hard Disk, Floppy Disk, Optical Disk, Magnetic Tape, Pen Drive, SD Card.
- Cache Memory क्या है उनके प्रकार: L1 Cache, L2 Cache, L3 Cache.
- Register Memory क्या है और उनके प्रकार: MAR, MBR, IR, AR, PcR, I/O R.