Number System क्या हैं? [Types of number system – in Hindi]
Number system क्या हैं?
Computer में एंट्री किए जाने वाले संख्यात्मक डाटा को दर्शाने उस पर प्रोसेसिंग करने के लिए नंबर सिस्टम का प्रयोग किया जाता है। संख्यात्मक डेटा के अंतर्गत टेस्ट के प्राप्तांक रूपए पैसे आदि आते हैं। हम संख्यात्मक डाटा पर गणना के लिए Decimal Number System का प्रयोग करते हैं किंतु कंप्यूटर Binary Number System में कार्य करता है। इसलिए कंप्यूटर हमारे द्वारा एंट्री किए गए सभी संख्यात्मक डाटा को पहले Binary में परिवर्तित करता है फिर अपने मेमोरी में Store कर उस पर प्रोसेसिंग करता है।
What is Number System – in Hindi
Computer एक मानव निर्मित एलेक्ट्रॉनिक मशीन होती है। यह केवल मशीन भाषा को समझ सकता हैं और यदि हमें मशीन भाषा को सीखना है इसके लिए हमें Number System को का ज्ञान होना आवश्यक हैं।
Number System को एक प्रकार से computer में नंबरो का सेट कहा जा सकता है। जिसको हम समान्य जीवन में प्रयोग करते है। जिस प्रकार से हम एक दूसरे से बात करने के लिए एक अलग से भाषा का प्रयोग किया जाता है उसी प्रकार कंप्यूटर सिर्फ numeric भाषा का ही प्रयोग करती है ।
Number system के प्रकार [Types of Number System – in Hindi]
मुख्यतः नंबर सिस्टम निम्नलिखित प्रकार के होते हैं:
(1) Binary Number System
(2) Decimal Number System
(3) Octal Number System
(4) Hexadecimal Number System
Binary Number System
Binary number का प्रयोग मशीनी भाषा में प्रोग्राम लिखने के लिए किया जाता है मशीन भाषा को binary code में लिखी जाती है और इसमें मैंने पहले ही कहा था सिर्फ दो अंको 0 और 1 का प्रयोग किया जाता है यह अंक एक प्रकार से binary संकेत होता है और इसे ही समझ सकता है।
उदाहरण के लिए बायनरी नंबर का मूल्य निम्नलिखित प्रकार से निकालते हैं:
Decimal Number System
डेसिमल नंबर सिस्टम हमारे दैनिक जीवन में उपयोग होने वाले नंबर सिस्टम है। इस नंबर सिस्टम का उपयोग बड़ी व्यवसाय आदि सभी जगह करते हैं इस नंबर सिस्टम में 0 से 9 तक के कुल दस अंकों का प्रयोग किया जाता है इसलिए इस नंबर सिस्टम का आधार 10 होता है डेसिमल नंबर सिस्टम में संख्या का मूल्य अंको के स्थानीय मान पर निर्भर करता है तथा अंको पर का स्थानीय मान इकाई, दहाई, सैकड़ा, हजार आदि के क्रम में निकाला जाता है।
Decimal number system का प्रयोग हम अपने दैनिक जीवन मे करते हैं इसमें किसी भी संख्या को दर्शाने अर्थात प्रदर्शित करने के लिए 0, 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 तथा 9 ये सभी अंक प्रयोग होते है।
उदाहरण के लिए डेसिमल नंबर का मूल्य निम्नलिखित प्रकार से निकालते हैं:
Octal Number System
Hexadecimal Number System
किसी नंबर सिस्टम में संख्याओं को व्यक्त करने के लिए कितने अंकों की जरूरत होती है यह उस नंबर सिस्टम के अंकों की कुल संख्या पर निर्भर करता है। अर्थात जिस नंबर सिस्टम में जितने कम अंक होंगे संख्याओं को लिखने के लिए उतने ही अधिक अंकों की जरूरत पड़ेगी उदाहरण के लिए बाइनरी नंबर सिस्टम में संख्याओं को व्यक्त करने के लिए डेसिमल नंबर सिस्टम के मुकाबले अधिक अंकों की जरूरत पड़ती है इसके साथ ही बायनरी सिस्टम को समझना थोड़ा कठिन भी होता है अतः संख्याओं को लिखने के लिए दो और सिस्टम Octal व Hexadecimal का प्रयोग किया जाता है। Hexadecimal में 0 से 9 तथा A से F कुल 16 अंक होते हैं इसलिए इसका आधार 16 होता है।
Computer के द्वारा use किये जाने वाली एक अन्य सामान्य number system है। computer के लिए binary number आसान है लेकिन यह कार्य इंसानो के लिए समझ पाना इतना आसान नही होता। जब हम बड़ी संख्या में काम कर रहे होते है बिना त्रुटि के पढ़ने व लिखने दोनों में मुश्किलें होती है। इन समस्या को दूर करने हेतु binary number को 4 bits के समूह में व्यवस्थित किया जाता हैं जिसके सहायता से ही Hexadecimal number system बनता है।
- Number System क्या हैं?
- Number System के प्रकार:
- Binary number system क्या हैं?
- Decimal number system क्या हैं?
- Octal number system क्या हैं?
- Hexadecimal number system क्या हैं?