What is CSS in Hindi [CSS Tags क्या हैं?]

What is CSS in Hindi [CSS Tags क्या हैं?]

 

CSS क्या हैं?

CSS का संक्षिप्त नाम Cascading Style sheet है। इसकी सहायता से HTML में हम
layout का निर्धारण करने के लिए करते है अर्थात इसकी सहायता से HTML के तत्व को
स्क्रीन पर किस प्रकार से प्रदर्शित करा सकते है इसका निर्धारण कर सकते है। हमें
ये तो पता ही है कि HTML से वेब पेज बनाने का कार्य होता है इसी वेब पेज को हमें
अधिक आकर्षक बनाना होता है तो CSS का उपयोग करते है। 

CSS – in Hindi

इसका उपयोग कर हम
HTML डाक्युमेंट के काटेंट में जैसे color, font, margins, background image,
lines, height एवं अन्य प्रकार के तत्व निर्धारण कर सकते हैं। CSS का एक और लाभ
यह होता है कि हम जो इसके द्वारा Design किया गया है उसे सभी एक से अधिक वेब पेज
में युज कर सकते हैं।

CSS क्या हैं ? [ What is CSS in Hindi ]

                     
   CSS के अनेको प्रकार के वर्जन आ चुके है जिन्हें CSS 1, 2, 3 अनेक
प्रकार के नामो से जानते है। CSS के W3C के द्वारा और अन्य XSL Style Sheet
language का विकास किया गया। रहने के लिए दोनों    Style Sheet
language है तब दोनों में अधिकांस कार्य एक ही प्रकार जैसे होता है कुछ कार्यों
में विभिन्नता हो सकति है जिन्हे निम्न प्रकार समझ सकते है। 

CSS क्या हैं ? [ What is CSS in Hindi ]

उपर दिये गये टेबल से स्पष्ट है कि CSS अधिक उपयोगी है CSS के और भी लाभ है

  1. layout अधिक से अधिक नियंत्रण कर सकते है।
  2. अनेक प्रकार के आधुनिक तकनीक का उपयोग कर सकते है।
  3. Single Style Sheet  कि सहायता से अनेक दस्तावेज तैयार कर सकते है।
  4. अलगअलग प्रकार के मिडिया के लिए अलग अलग प्रकार के layout का उपयोग।

What is CSS in Hindi [CSS Tags क्या हैं?] 


Usefulness of Style Sheet:

अगर web page को अधिक आकर्षक बनाना हो तो उसके लिए style sheet की जरूरत पड़ती
हैं, HTML की सहायता से हम web-page तो बना सकते हैं लेकिन उसमे design देना हो
तो उसके लिए style sheet language से ही कर सकते हैं। CSS को markup language भी
माना जा सकता हैं क्योकि इसमें जो coding किया जाता है वे HTML में किये जाने
वाले coding के समान ही होती हैं।

Advantage of style sheet:

(1) इसके उपयोग से समय की बचत होती हैं क्योंकि इसमें जो style किसी एक web-page
के लिए होती है उसे दूसरे के लिए भी निधार्रित कर सकते हैं।
(2) HTML में attributes का उपयोग कर भी design करते हैं लेकिन इसमें एक समस्या
होती हैं जो design किये होते है वे प्रत्येक element के लिए अलग अलग हो सकते है
और इसमें अधिक मेहनत और समय लगता है और page भी धीरे धीरे लोड होने लगता हैं
इसलिए CSS अधिक उपयोगी हैं।
(3) style sheet की सहायता से content के group में style का प्रयोग किया जाता है
जैसे की हम किसी heading के color को बदलना होता हैं CSS की सहायता से किसी एक
heading के color बदलने से सभी का कलर change हो जाता हैं।

Creating Style Sheet in Hindi:

CSS में अगर style sheet बनाना होता हैं उसके लिए coding तो लिखना ही पड़ता हैं
उसके लिए कुछ नियम निधार्रित हैं जिसके जानकारी से कोडन करना आसान हो जाता है :
Creating Style Sheet :
इसमे पहले selector का कार्य HTML element पर style लागू कर सकते हैं इसके लिए
हमे उसे point करना होता हैं और इसी प्रकार curly bracket के अंतर्गत property और
value को रखा जाता है यह property एक से अधिक हो तो इसके लिए अलग अलग semicolon
लगाना पड़ता है।

Style sheet को निम्न तीन प्रकार से बना सकते है:

Internal style sheet:

यदि HTML page में अगर style निधार्रित करना हो तो उसके लिए single style sheet
उपयोग में लाया जा सकता हैं। इसे HTML के page के head के अंतर्गत भी उपयोग में
लाया जा सकता है इसी लिए style को tag में नही रखा जाता,  उसे एक प्रकार से
block में style को परिभाषित किया जाता हैं।
Example: 
<html>

<head>

<style>

body{background-color: green:} 

p{color: blue;}

h3 {color: red;}

</style>

</head>

<body>

   <p> What is CSS in Hindi </p>

   <h3> CSS Tags </h3>

</body>

</html>

Output :  
css Internal style sheet output

External style sheet: 

Internal और External में अंतर इस प्रकार होता है की internal वर्तमान वेब-पेज के
लिए प्रयोग होता है और external किसी अन्य वेब-पेज के लिए कर सकते है जिसमे
वर्तमान web-page से link किया जाता है। इसका उपयोग कर अनेक प्रकार के web-page
को एक साथ कर सकते हैं।
इसमें प्रकार में जो change होता है उसे वर्तमान website के सभी webpage के लिए
किया जा सकता हैं। इसे निम्न उदाहरणों से समझ सकते है :
Example:
<html>

<head>

<style>

<link rel=”stylesheet” href=”https://realhindiguide.com/”>  

</style>

</head>

<body>

   <p>  Real Hindi Guide </p>

</body>

</html>

यहाँ link tag की सहायता से पुराने html file को जोड़ दिया गया है यह जो भी html
file जोड़ा गया है वह style apply हो जाता हैं।
Output:  Real  Hindi Guide

Inline style sheet:

अगर हम HTML element के लिए एक unique style लाना चाहते हैं इसके लिए इस style
sheet का उपयोग करते हैं इसे हैम निम्नलिखित उदाहरणों से समझ सकते हैं।
Example :
 

<html>

<head>

   <h3 style=”color:red;”> CSS in Hindi </h3>

</head>

</html>

इस उदाहरण में दिया गया टेक्स्ट “CSS in Hindi ” का color red प्रदर्शित
होगा।
Output :  
css Inline style sheet output

Classes and Pseudo-classes:

CSS में classes का उपयोग करके हम बहुत से element के लिए पहचान का निर्धारण कर
सकते हैं। CSS में एक attribute होता है और इसी प्रकार एक attribute ID होती है
जिनका कार्य एक ही element के पहचान के लिए होती है।
Class का selector का जब नाम दिया जाता है तब उस समय “fullstop” से आरंभ किया
जाता है। “hash character” (#) का उपयोग ईद selector के नाम मे किया जाता है। इसके
लिये हम निम्न उदाहरण से समझ सकते है :
Example: 

<html>

<head>

    <style> 

    city { 

          background-color:tomato;

          color:white;

          border:2px solid black;

          margin: 20px;

          padding: 20px;

         }

   </style>

 </head>

 <body>

   <div class=”city”>

   <h2>  Raipur </h2>

   <p>    </p>

   </div>

</body>

</html>

यहाँ पर abc एक class का नाम है उसके बाद curly brace के अंतर्गत उसके attributes
को रखा गया हैं।

Pseudo classes:  
इस class की सहायता से element पर style के अलावा document tree के बीच मे एक
relation भी बना सकते हैं। और इसके सहायता से selector के उपयोग से selected
element के लिए विशेष properties का निर्धारण कर सकते हैं। जैसे कि किसी लिंक पर
mouse ले जाने पर रंग बदलना या click करने पर visited होने पर उसकी स्तिथी का
बदलना आदि।
Pseudo-class को निम्न प्रकार के syntax दिए जा सकता हैं।
   Selector:pseudo-class{ 
     
         property:value   
 
   }  

Example 1 : 

   abc:link
     
 {color:blue;}    

इसमें link की स्थिति में टेक्ट किस प्रकार रंग में प्रदर्शित कराना है इसका
निर्धारण करने के लिए करते है।

Example 2 :
     abc:visited
     
 {color:pink;}    

जब link टेक्ट पर क्लिक हो चुका होता है तो उस स्थिति में इस प्रकार
प्रदर्शित होता है।

Example 3 :
   abc:hover
     
 {color:yellow;}    
जब link टेक्ट पर माउस ले जाया जाता है तो वह किस प्रकार प्रदशित होगा इसे
निर्धारण कर सकते है।
Example 4 :
     abc:active
     
 {color:#000ff;}    
जब link टेक्ट को चुनते है तो वह किस प्रकार रंग में देख सकते है इसे
active attribute द्वारा निर्धारित किया जाता है।

CSS Tags क्या हैं?

CSS का कार्य स्क्रीन पर elements को एक proper manner रूप में प्रदर्शित करना
होता है। इसकी सहायता से html द्वारा प्रदर्शित हो रहे element को ओर अधिक आकर्षक
बना दिया जाता है। जिस प्रकार html में tags की सहायता से निर्धारित किया जाता है
उसी प्रकार से CSS के tags का भी निर्धरण कर सकते हैं CSS के कुछ आवश्यक tags
निम्न है :

(1) Background: 

हम इसके उपयोग से web-page background के लिए effect ला सकते है background tag
के properties निम्न है :
css Background

(A) Background-color:

 इस property की सहायता से element के लिए background का color का निर्धारण
कर सकते हैं। यहाँ element के रूप मे body, heading<h1,h2…..>, paragraph
<p>, आदि का निर्धारित कर सकते हैं।
Example 1 :

<html>

<head> 

 <style>

 body {

       background-color:#00ff00; 

      }

 </style>     

</head>  

 <body>

  <p>What is CSS in Hindi</p>

 </body>

</html>

यहाँ हम color को निम्न तीन प्रकार से परिभाषित कर सकते है :
(1) यहाँ रंग का नाम दे सकते है जैसे : “green”, “lightblue” आदि 
(2)RGB के अनुसार Hexadecimal मान का भी प्रयोग कर सकते है। जैसे : “#00ff00”,
“#ff0000” यहाँ पहले में 00 अर्थात red=00, green=ff(full) और blue=00 इस प्रकार
से  green color में बैकग्राउंड प्रदर्शित होगा।
(3)RedGreenBlue (RGB) का मान 0 से 255 के बीच देकर परिभाषा किया जा सकता है।
Output : 
css Background-color

(B) Background-Image:

इस property की सहायता से background में element के लिए किसी भी image का
निर्धारण कर सकते है यहाँ पर element – paragraph, heading, body, हो सकते
है। 
Example :
<html>

<head> 

<style>

body {

         background-image:url(“car.jpg”) 

        }

</style>     

</head>  

<body>

  <p>What is CSS in Hindi</p>

</body>

</html>

(C) Background-Position:

यह property, दिए गए image property के साथ ही उपयोग किया जाता है इसकी सहायता से
image के लिए background पर स्थान का निर्धारण किया जाता है इसे निम्न उदाहरणों
से समझ सकते हैं :
Example :
<html>

<head>

<head> 

 <style> 

 body{                   

          background-position:right top;

        } 

 </style>    

</head>  

<body>

 <p>What is CSS in Hindi</p>

</body>

</html>

इस प्रकार की स्थिति में image top corner right पर रहेगा परन्तु रिपीट
properties के कारण एक से अधिक image दिखाई पडेंगे इसलिए repeat होने से रोका
जाता है जिसके लिये no-repeat property का यूज करते हैं।

(D) Background-attachment: 

इसकी सहायता दिए गए image का position fix
करा सकते है यह जिस स्थान में fix किया जाता है वह स्थान नही बदलेगा इसे निम्न
प्रकार से समझ सकते हैं :
Example :
<html>

<head> 

<style>

 body{              

      background-attachment:fixed;  

     }     

</style>     

</head>  

<body>

<p>What is CSS in Hindi</p>

</body

</html>

इस स्थिति में image पहले top right corner पर रहता है और उसकी स्थिति fix हर हाल
में ही रहगा ।

(E) Background-repeat: 

अगर image का आकार background के आकार से तो वह
page में बार बार repeat रहता है क्योंकि यह default रहता है यदि इसे हटाना चाहते
हैं तो इसके लिए no-repeat लिखकर उसे समाप्त कर दिया जाता है इस समझने के लिए
निम्न उदाहरण है।
Example :
<html>

<head> 

<style>

 body{               

      background-repeat:no-repeat;  

     }

</style>     

</head>  

<body>

 <p>What is CSS in Hindi</p>

</body>

</html>

(2) Font: 

इस properties की सहायता से page में type किये text के लिए style, size, variant
एवं weight आदि का निर्धारण किया जा सकता हैं। CSS में Font को दो group विभाजित
किया जाता है :
(a) Generic family
(b) Font family

(a) Generic family: 

इसमे इनके तीन सदस्य होते है जिनमें serif,
sans-serif और monospace के नाम से जानते है। इसे generic इसलिय कहा जाता है
क्योंकि ये एक ही प्रकार होती है इसके अंतर्गत आने वाले को निम्न नाम से जाना
जाता है :
 Serif – Time new Roman and Georgia.
Sans-serif – courier New, Lucida Console

(b) Font family:  

इसकी सहायता से font को Font-family property का
उपयोग कर set किया जाता है। यह property सभी प्रकार के font में उपयोग कर सकते
है। इस property की सहायता से जब कोई font दिया गया होता तब उसमें font का नाम
दिया जाता है उसे पहले ढूढ़ लिया जाता है यदि नही मिलता तो उसके generic font में
जाना होता है इसे निम्न प्रकार से समझ सकते है :
Example :
<html>

<head>  </head>  

<body>

 <p style =”font-family:courier,garamond,serif;”>

   What is CSS in Hindi

 </p>

</body>

</html>

Output :      What is CSS in Hindi

Font style: 

इस property की सहायता से font को किसी समान्य text से italic आदि में बदला जा
सकता है Italic में font text तिरछी प्रदर्शित होती है।
निम्न तीन मान होती है style में :
(1) Normal : इसमे text सामान्य रूप में ही प्रदर्शित रहता है।
(2) Italic : इसमे text तिरछी प्रदर्शित रहती है।
(3) Oblique : इसमे text कुछ italic की तरह ही होती है इसे कम ही browser सपोर्ट
करते हैं।
Example :
<html>

<head>  </head>  

<body>

 <p style =”font-style:italic;”>

  What is CSS in Hindi

 </p>

</html>

Output:          What is CSS in Hindi

Font Size:

इस property की सहायता से font के आकार को बड़ा छोटा निर्धारित कर सकते है यह
कार्य attributes या tag की सहायता से pixel में दे सकते है। Font size के
लिए जिसमे आकार 6 प्रकार की होती है। CSS में font size के लिए दो प्रकार से मान दे
सकते हैं जिसको Absolute और Relative कहा जाता है इनमे अंतर निम्न है :

Absolute size :
इसमे browser में text के आकार को बदल सकते है ।

Relative size :
इसमे text के आकार को अपने अनुसार बदला जा सकता है।
Example :
<html>

<head>  </head>  

<body>

  <p style =”font-size:30px;”>

  What is CSS in Hindi

 </p>

 <p style =”font-size:small;”>

  What is CSS in Hindi

 </p>         

 <p style =”font-size:large;”>

  What is CSS in Hindi

 </p>

</body>

</html>

Output :      What is CSS in Hindi

                     
        What is CSS in Hindi

                     
What is CSS in Hindi

Font weight :

इसे एक प्रकार से font का style मान सकते है अगर font को normal से यदि bold करना
है तब इस property का उपयोग कर सकते है इसे निम्न प्रकार से समझ सकते है :
Example :
<html>

<head>  </head>  

<body>

 <p style =”font-weight:bold;”>

   What is CSS in Hindi

 </p> 

<p style =”font-weight:bolder;”>

   What is CSS in Hindi

</p>         

<p style =”font-weight:500;”>

   What is CSS in Hindi

</p>

</body>

</html>

Output:         What is CSS in Hindi

                     
What is CSS in Hindi

                     
What is CSS in Hindi

Font Variant:

इसकी सहायता से text को small-caps में प्रदर्शित कर सकते है । small-caps में
सभी capital letter में ही दिखाई पड़ते है अगर capital letter में है वह बड़ा और जो
small letter में है वह छोटा दिखाई पड़ता है। इसे निम्न प्रकार से समझ सकते है :
Example 1 :
<html>

<head>  </head>  

<body>

  <p style =”font-variant:small-caps;”>

  What is CSS in Hindi

  </p>

</body>

</html>

Output:       What is CSS in Hindi
Example 2 :
<html>

<head>  </head>  

<body>

 <p style =”font-variant:large-caps;”>

 What is CSS in Hindi

 </p>

</body>

</html>

Output:       What is CSS in Hindi

What is CSS in Hindi [CSS Tags क्या हैं?] 

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